Prabhuji Daya Karo
प्रभु जी दया करो ।
मन मे आन बसो ॥
तुम बिना, लागे सूना ।
खाली घट मे प्रेम भरो ॥
तंत्र मन्त्र पूजा नहीं जानू ।
मै तो केवल तुम को ही मानू ॥
सारे जग मे ढूंढा तुम को ।
अब तो आकर बाह धरो ॥
प्रभु जी दया करो ।
मन मे आन बसो ॥
तुम बिना, लागे सूना ।
खाली घट मे प्रेम भरो ॥
तंत्र मन्त्र पूजा नहीं जानू ।
मै तो केवल तुम को ही मानू ॥
सारे जग मे ढूंढा तुम को ।
अब तो आकर बाह धरो ॥